नही थम रहे सांसद के नाम से विवादित मामले
*पद गया लेकिन रसूख का दुरुपयोग अभी भी
पूर्व सांसद प्रतिनिधि से पीड़ित ब्यक्ति ने सुनाई व्यथा*
टीकमगढ़। सांसद व केंद्रीय मंत्री के नाम से विवादों का अंत नही हो रहा। अब सांसद व केंद्रीय मंत्री के नाम की आड़ में एक और विवादित मामला सामने आया है जिसमे सांसद के नाम के रसूख का इस्तेमाल करके ही पुलिस व प्रशासन की शह पर एक किसान की जमीन से जबरन रास्ता छीनने का मामला सामने आया है।
उक्त मामला टीकमगढ़ के मधुवन माडुमर भाटा स्थित कृषि जमीन का है। जिसमें पीड़ित जगदीश साहू ने बताया कि उसकी पटैती की कृषि जमीन है जिसमे से जबरन रास्ता दिए जाने का दबाब बनाया जा रहा है। पीड़ित किसान ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह दबाब पूर्व सांसद प्रतिनिधि अरविंद खटीक व इनके परिजनों द्वारा बनाया जा रहा। और इस मामले में राजस्व विभाग व पुलिस विभाग द्वारा अरविंद खटीक का ही साथ दिया जा रहा। क्योंकि अरविंद खटीक टीकमगढ़ सांसद व केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक के गुट के हैं और पूर्व सांसद प्रतिनिधि भी रह चुके हैं।
पीड़ित जगदीश साहू ने बताया कि आज तीन वाहनों में भरकर पुलिस जवान व तहसीलदार एबं आरआई व पटवारियों का दल जगदीश साहू के खेत पर पहुंचा, इस दौरान पूर्व सांसद प्रतिनिधि अरविंद खटीक विवाद करने के मूड़ में अपने समर्थकों के साथ मौके पर मौजूद थे। दोपहर से शाम तक अरविंद खटीक व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जगदीश साहू पर अपनी जमीन से जबरन रास्ता दिए जाने का दबाब बनाया जाता रहा। लेकिन मौके पर मीडिया मौजूद होने की बजह से अरविंद व प्रशासन द्वारा जगदीश साहू से जबरदस्ती नही की जा सकी।
जगदीश साहू ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि उनकी कृषि जमीन के पास ही अरविंद खटीक व इनके परिजनों ने ऐसी 9 एकड़ जमीन खरीदी थी, जिसमे आने जाने के लिए रास्ता न होने का विवाद था। जब अरविंद खटीक ने जगदीश से अपनी जमीन में से रास्ता दिए जाने की मांग की तक जगदीश ने कहा कि जमीन खरीदते समय रजिस्ट्री में जो रास्ता दिखाया गया हो, उस रास्ते से अरविंद अपनी जमीन पर आते जाते रहे। लेकिन अरविंद खटीक अपने रसूख व सांसद व केंद्रीय मंत्री के सरंक्षण का उपयोग कर जगदीश साहू को प्रताड़ित कर रहे हैं और जबरन रास्ता मांग रहे हैं। जो न्यायसंगत नही है।
टीकमगढ़ जिले से मनोज खरे की रिपोर्ट