‘अंत्योदय’ के उपासक, भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य, श्रद्धेय पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का पूरा जीवन राष्ट्रीय एकात्मता और समाज के हर वर्ग की उन्नति के लिए समर्पित रहा।
उनका ‘एकात्म मानव दर्शन’ सांस्कृतिक विकास और समाज के अंतिम पायदान पर खड़े गरीबों, वंचितों व शोषितों की सेवा के लिए हम सभी को अथाह प्रेरणा देता है।
आज उनकी जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!