शिवराज सिंह चौहान ने जम्मू में ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ कार्यक्रम में लिया हिस्सा, बोले- किसानों को बनाएंगे आत्मनिर्भर
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते शुक्रवार को जम्मू के आर. एस. पुरा में आयोजित ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ (VKSA) के तहत किसानों के सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह भी मौजूद रहे। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार का संकल्प है कि किसानों को आत्मनिर्भर बनाया जाए और देश की कृषि व्यवस्था को पूरी तरह बदल दिया जाए। उन्होंने कार्यक्रम की शुरुआत सीमा पर तैनात भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देकर की और सीमा क्षेत्र में रहने वाले किसानों की बहादुरी की सराहना की। उन्होंने कहा कि ये किसान देश की दूसरी पंक्ति की रक्षा करते हैं, जो हमेशा खतरे के साये में रहकर भी खेतों में काम करते हैं और देश को अन्न देते हैं।
सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा और कृषि विकास के लिए प्रतिबद्ध : कृषि मंत्री
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा और कृषि विकास, दोनों के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए बताया कि सीमा पार आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई भारत की सेना की ताकत और जनता के संकल्प का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ओर से की जा रही ड्रोन और मिसाइल घुसपैठ का करारा जवाब दिया गया। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सीमा पर रहने वाले किसानों की जमीन, सुरक्षा और सरकारी योजनाओं तक पहुंच से जुड़ी समस्याओं को सरकार ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा, “संवेदनशील इलाकों में अधिक बंकरों की मांग को दिल्ली में मजबूती से उठाया जाएगा। आपकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।”
उन्होंने कहा कि सरकार “विकसित भारत” का सपना तभी पूरा कर सकती है जब “विकसित कृषि” को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने बताया कि इस साल देश में कृषि उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा है, जो किसानों और वैज्ञानिकों की मेहनत का परिणाम है। कृषि मंत्री ने जानकारी दी कि अब वैज्ञानिक गांवों में जाएंगे, किसानों के सवालों के जवाब देंगे और खेती में होने वाली समस्याओं का समाधान मौके पर ही करेंगे। उन्होंने किसानों से कहा, “वैज्ञानिकों से संपर्क बनाए रखें, वे आपके प्रगति के साथी हैं।” केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्य सरकार और जम्मू के किसानों के प्रयासों के लिए वह आभारी हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को देश का मॉडल कृषि क्षेत्र बनाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार नई तकनीकों, आधुनिक शोध और वैज्ञानिक उपायों के जरिए कृषि क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनका जीवन किसानों की सेवा, कृषि उत्पादन बढ़ाने, लागत घटाने और देश की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने को समर्पित है। उन्होंने कहा कि उचित उर्वरकों का संतुलित उपयोग, स्थानीय परिस्थितियों की समझ और अच्छी गुणवत्ता के बीज किसानों की पैदावार बढ़ा सकते हैं।उन्होंने कहा कि केंद्रीय और राज्य कृषि मंत्रालय, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR), कृषि विज्ञान केंद्र और सभी कृषि संस्थानों को मिलकर एक टीम की तरह काम करना चाहिए।उन्होंने कहा कि ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ एक परिणाम देने वाली योजना है, और इसके लाभ जैसे फसल वृद्धि और लागत में कमी आगामी खरीफ सीजन से ही दिखाई देने लगेंगे।-