प्रधानमंत्री मोदी ने 7वें खेलो इंडिया यूथ गेम्स का किया उद्घाटन, खेल संस्कृति के विस्तार की सराहना की
पटना, 5 मई 2025 | खेल डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 7वें खेलो इंडिया यूथ गेम्स का उद्घाटन किया और खिलाड़ियों, कोचों व अधिकारियों को संबोधित किया। यह खेल प्रतियोगिता बिहार के पांच शहरों — पटना, राजगीर, गया, भागलपुर और बेगूसराय — में आयोजित हो रही है।
प्रधानमंत्री ने युवा खिलाड़ियों की भावना की सराहना करते हुए उन्हें “दृढ़ संकल्प और समर्पण का प्रतीक” बताया। उन्होंने कहा कि इन खेलों में भाग ले रहे युवा भारत में तेजी से उभरती खेल संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो अब देश की सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा बन रही है।
“जैसे-जैसे भारत की खेल संस्कृति मजबूत होगी, देश की वैश्विक छवि भी सशक्त होगी,” – पीएम मोदी
उन्होंने कहा कि 6,000 से अधिक युवा खिलाड़ी इस बार प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं। प्रधानमंत्री ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं और उनके उत्कृष्ट प्रयासों की सराहना की।
खेलों के नियमित आयोजन की अहमियत पर बल
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने खिलाड़ियों के विकास हेतु खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स, यूथ गेम्स, विंटर गेम्स और पैरा गेम्स जैसे कई राष्ट्रीय स्तर के आयोजन शुरू किए हैं।
“खिलाड़ी जितना खेलेगा, उतना निखरेगा,” – पीएम मोदी
उन्होंने आईपीएल खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी का उदाहरण देते हुए बताया कि किस तरह निरंतर अभ्यास और मंच मिलने से खिलाड़ी आगे बढ़ते हैं।
ओलंपिक 2036 की मेजबानी का सपना
प्रधानमंत्री ने दोहराया कि सरकार का लक्ष्य 2036 में ओलंपिक खेलों की मेजबानी करना है। इसके लिए टैलेंट हंट और TOPS (टार्गेट ओलंपिक पोडियम स्कीम) जैसी योजनाओं से स्कूल स्तर पर ही प्रतिभाओं को तराशा जा रहा है।
भारतीय पारंपरिक खेलों को बढ़ावा
उन्होंने बताया कि गटका, कलारिपयट्टू, खो-खो, मल्लखंभ और योगासन जैसे पारंपरिक खेलों को खेलो इंडिया प्लेटफॉर्म पर शामिल किया गया है। इससे न केवल भारत की खेल विरासत संरक्षित हो रही है, बल्कि युवाओं में फिटनेस के प्रति जागरूकता भी बढ़ रही है।
नए खेलों में भारत की उपलब्धि
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के खिलाड़ी अब वुशु, सेपक टकरॉ, पेंकक सिलाट, लॉन बॉल्स और रोलर स्केटिंग जैसे नए खेलों में भी प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने खासकर 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में लॉन बॉल्स में भारत की महिला टीम की जीत को ऐतिहासिक क्षण बताया।
बढ़ता हुआ खेल बजट और ढांचा
प्रधानमंत्री ने बताया कि देश का खेल बजट अब ₹4,000 करोड़ के करीब पहुंच गया है।
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1,000+ खेलो इंडिया केंद्र देशभर में
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राजगीर में राज्य उत्कृष्टता केंद्र,
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बिहार स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी,
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राज्य खेल अकादमी
इन संस्थानों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह बिहार को राष्ट्रीय खेल मानचित्र पर मजबूत बनाएंगे।
खेल और रोजगार के अवसर
पीएम मोदी ने कहा कि खेल अब केवल मैदान तक सीमित नहीं हैं, बल्कि ये रोजगार और उद्यमिता के नए द्वार भी खोल रहे हैं।
उभरते क्षेत्र जैसे:
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फिजियोथेरेपी
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डेटा एनालिटिक्स
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स्पोर्ट्स टेक्नोलॉजी
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ई-स्पोर्ट्स,
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ब्रॉडकास्टिंग और इवेंट मैनेजमेंट
“स्टेडियम अब सिर्फ खेल के लिए नहीं, रोजगार के केंद्र बन गए हैं।”
समापन संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि खेलों से टीम वर्क, अनुशासन और सहयोग जैसे मूल्य जीवन में आते हैं। उन्होंने सभी खिलाड़ियों से आग्रह किया कि वे “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के राजदूत बनें।
“मुझे विश्वास है कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स युवाओं में खेल भावना और देशभक्ति दोनों को नई ऊंचाई देंगे।”
प्रधानमंत्री ने अंत में सातवें खेलो इंडिया यूथ गेम्स को औपचारिक रूप से उद्घाटन किया।