प्रयागराज। :अखाड़ों के शाही स्नान के बाद आस्था की डुबकी लगाने उमड़े लोग।
Anchor..प्रयागराज में शुरू हुए दिव्य भव्य और डिजिटल महाकुंभ मेले में मंगलवार को पहला शाही स्नान शुरू हो गया है । हालांकि अखाड़ों की सहमति पर यूपी सरकार ने शाही स्नान का नाम बदलकर उसे अमृत स्नान कर दिया है। अखाड़ों का शाही स्नान सुबह 6:15 बजे से शुरू हुआ । सबसे पहले सन्यासी संप्रदाय के महानिर्वाणी और अटल अखाड़े के नागा संन्यासी और दूसरे संत महात्मा ने पूरी भव्यता के साथ संगम नोज घाट पहुंचकर अमृत स्नान किया।
महानिर्वाणी और अटल अखाड़ों के संत गाजे बाजे के साथ रथों पर सवार होकर एक घंटे पहले ही अपनी छावनी से निकले है महामंडलेश्वर और पीठाधीश्वर समिति प्रमुख संत शाही रथों पर सवार संगम घाट पहुंचे है जबकि नागा संन्यासी पैदल ही अस्त्र शस्त्र का प्रदर्शन करते हुए आगे चल रहे थे । अखाड़ों के संत महात्माओ के साथ उनके चुनिंदा भक्त भी अमृत स्नान करने पहुंचे थे। साथ ही अखाड़ों के संत जिस रास्ते से गुजरें है उस पर आम लोगों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया था । शाही स्नान के लिए जाने वाले रास्ते में कोई भी श्रद्धालु दाखिल न होने पाए, इसके लिए डबल बैरिकेडिंग की गई थी। शाही यानी अमृत स्नान शाम करीब 5:30 तक चलेगा। संत महात्मा संगम घाट पर स्नान करेंगे। जिस घाट पर स्नान करेंगे, वह अखाड़ों के लिए रिजर्व कर दिया गया है । आम श्रद्धालु दूसरे घाटों पर मकरसंक्रांति स्नान कर रहे है । आप को बता दे कि सबसे पहले शैव संप्रदाय के अखाड़े स्नान कर रहे है उसके बाद अणी अखाड़ों का नंबर आएगा। सबसे आखिर में उदासीन संप्रदाय के संतों का अमृत स्नान होगा।
BYTE ..आत्मानंद पूरी.. महामंडलेश्वर पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा
BYTE … नागा साधु
हालाकि इस दौरान संतो महात्माओं और पीठाधीश्वरों और नागा संन्यासियों के लिए मेला और मेला पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के बेहद कड़े इंतेजाम किया है ।वही मेला पुलिस और मेला प्रशासन ने समूचे मेला क्षेत्र में तमाम तरह की व्यवस्था पहले ही कर लिया था ।
प्रयागराज महाकुंभ से संदीप द्विवेदी की रिपोर्ट