पीएम मोदी ने कानपुर में 47,600 करोड़ के विभिन्न प्रोजेक्ट्स का किया शिलान्यास और उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के कानपुर में लगभग 47,600 करोड़ रुपए की लागत की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस दौरान अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि राज्य की औद्योगिक प्रगति के लिए दो आवश्यक स्तंभ हैं ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता-एक स्थिर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना और मजबूत बुनियादी ढाँचा और कनेक्टिविटी। पीएम मोदी ने 660 मेगावाट पनकी पावर प्लांट, 660 मेगावाट नेवेली पावर प्लांट, 1320 मेगावाट जवाहरपुर पावर प्लांट, 660 मेगावाट ओबरा-सी पावर प्लांट और 660 मेगावाट खुर्जा पावर प्लांट सहित कई प्रमुख बिजली संयंत्रों के उद्घाटन की घोषणा की।
पीएम मोदी ने कहा कि ये परियोजनाएँ उत्तर प्रदेश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। पीएम मोदी ने रेखांकित किया कि इन बिजली संयंत्रों के चालू होने से राज्य में बिजली की उपलब्धता बढ़ेगी, जिससे औद्योगिक विकास में और तेज़ी आएगी। उन्होंने यह भी कहा कि 47,000 करोड़ रुपए से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और विभिन्न पहलों की आधारशिला रखी गई है, जो प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता को पुष्ट करती हैं।
इसके अलावा आज प्रधानमंत्री ने क्षेत्र के बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और उनका उद्घाटन किया। उन्होंने 2,120 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के चुन्नीगंज मेट्रो स्टेशन से कानपुर सेंट्रल मेट्रो स्टेशन खंड का उद्घाटन किया। इसमें 14 नियोजित स्टेशन शामिल होंगे, जिनमें पांच नए भूमिगत स्टेशन शामिल होंगे, जो शहर के प्रमुख स्थलों और वाणिज्यिक केंद्रों को मेट्रो नेटवर्क में एकीकृत करेंगे।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने जीटी रोड के सड़क चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण कार्य का भी उद्घाटन किया।
पीएम मोदी ने घोषणा की कि जल्द ही, कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे लखनऊ की यात्रा के समय को घटाकर केवल 40-45 मिनट कर देगा। इसके अतिरिक्त, लखनऊ और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के बीच सीधा संपर्क स्थापित किया जाएगा, जबकि कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा – जिससे दोनों दिशाओं में यात्रा की दूरी और समय में कमी आएगी।
उन्होंने स्वीकार किया कि फर्रुखाबाद-अनवरगंज खंड में सिंगल-लाइन रेलवे ट्रैक के कारण कानपुर के निवासियों को लंबे समय से चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यात्रियों को 18 रेलवे क्रॉसिंग से जूझना पड़ रहा है, जो बार-बार बंद होने से यात्रा बाधित होती है। प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि इस क्षेत्र में एलिवेटेड रेल कॉरिडोर के निर्माण में 1,000 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा, जिससे यातायात प्रवाह में उल्लेखनीय सुधार होगा, गति बढ़ेगी और प्रदूषण में कमी आएगी। इसके अतिरिक्त, उन्होंने इस पर भी जोर दिया कि इस पहल से कानपुर के लोगों का कीमती समय बचेगा।
पीएम मोदी ने घोषणा की कि इस क्षेत्र में एलिवेटेड रेल कॉरिडोर के निर्माण में 1,000 करोड़ का निवेश किया जाएगा, जिससे यातायात प्रवाह में उल्लेखनीय सुधार होगा, गति बढ़ेगी और प्रदूषण में कमी आएगी। इसके अतिरिक्त, उन्होंने इस पर भी जोर दिया कि इस पहल से कानपुर के लोगों का कीमती समय बचेगा।
इसके अलावा, आज पीएम मोदी ने कानपुर जिले में घाटमपुर ताप विद्युत परियोजना (3×660 मेगावाट) की इकाई-1 (660 मेगावाट) को राष्ट्र को समर्पित किया। यह भारत के ऊर्जा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। यह महत्वाकांक्षी विद्युत परियोजना नेवेली उत्तर प्रदेश पावर लिमिटेड (एनयूपीपीएल) की एक प्रमुख पहल है, जिसमें एनएलसी इंडिया लिमिटेड (51 प्रतिशत) और उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (यूपीआरवीयूएनएल) (49 प्रतिशत) का सहयोग है। इस परियोजना में 660 मेगावाट की तीन सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर इकाइयां शामिल हैं, जो कुल 1,980 मेगावाट की स्थापित क्षमता को जोड़ती हैं।
इस पहल का उद्देश्य उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करना, ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ाना और साथ ही टिकाऊ एवं विश्वसनीय विद्युत उत्पादन के प्रति राष्ट्र की प्रतिबद्धता के साथ तालमेल बिठाना है। 21,780.94 करोड़ रुपये की कुल परियोजना लागत के साथ, घाटमपुर ताप विद्युत परियोजना की शेष दो इकाइयों के वित्तीय वर्ष 2025-26 के दौरान शुरू हो जाने की उम्मीद है।