पतित पावनी माँ मंदाकिनी गंगा के तट पर स्थित रामघाट आरती स्थल पर आज आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ।
इस अवसर पर विधि-विधान से माँ मंदाकिनी गंगा की पूजा-अर्चना की।
प्रभु श्री राम ने वनवास काल के दौरान सर्वाधिक समय चित्रकूट में ही व्यतीत किया था।
हमारा सौभाग्य है कि पूज्य संतों के सान्निध्य में इस पवित्र धाम के विकास हेतु कार्य करने का अवसर डबल इंजन की सरकार को प्राप्त हुआ है।