दिल्ली पब्लिक स्कूल,बिजनौर में मॉडल यूनाइटेड नेशन का आयोजन
रिपोर्ट।नईम अन्सारी बिजनौरः
दिल्ली पब्लिक स्कूल द्वारा बिजनौर जिले में मॉडल यूनाइटेड नेशन का आयोजन किया गया।यह गतिविधि करने का सौभाग्य जिले में डी पी एस बिजनौर को मिला है।सम्मेलन दो वर्गों में विभाजित किया गया।पहले वर्ग में कक्षा 6 से कक्षा 8 तक के छात्र और दूसरे वर्ग में कक्षा 9 से कक्षा 11 तक के छात्र सम्मिलित थे।मॉडल यूनाइटेड नेशन का विषय प्रथम वर्ग के छात्रों के लिए प्लास्टिक महामारी ए ग्लोबल कॉल टू एक्शन और दूसरे वर्ग के छात्रों के लिए गरीबी उन्मूलन के लिए एक स्थाई समाधान’ था।सम्मेलन में बीस देशों के प्रतिनिधियों का सक्रिय योगदान रहा।जिसमें भाग लेने वाले देश मालदीव, यूनाइटेड किंगडम, रूस (रूसी संघ), इंडोनेशिया,चीन, भारत,फ्रांस,ऑस्ट्रेलिया,भूटान,संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान,डेनमार्क, इराक,जिम्बाब्वे,सोमालिया,ब्राज़ील, दक्षिण कोरिया,नॉर्वे,नेपाल,कनाडा थे।
प्रधानाचार्या श्रीमती पायल कपूर जी ने छात्रों का सभागार में बड़े हर्षोल्लास के साथ स्वागत किया और गणेश जी की समक्ष दीप प्रज्ज्वलित किया। प्रथम वर्ग की महासचिव महोदय( सेक्रेटरी जनरल) मौली चौहान एवं दूसरे वर्ग की महासचिव महोदय( सेक्रेटरी जनरल) संस्कृति देशवाल ने प्रधानाचार्या की स्वीकृति के साथ सम्मेलन का शुभारंभ किया।सम्मेलन में विभिन्न देशों का प्रतिनिधित्व कर रहे छात्रों ने प्लास्टिक महामारी ‘ए ग्लोबल कॉल टू एक्शन और गरीबी उन्मूलन के लिए एक स्थाई समाधान विषय पर अपनी-अपनी नीतियों पर चर्चा की और अपने विचार रखे।मॉडल यूनाइटेड नेशन्स एक शैक्षिक सिमुलेशन है,जिसमें छात्र संयुक्त राष्ट्र की विभिन्न समितियों और एजेंसियों की भूमिका निभाते हैं।
इसमें प्रतिभागी प्रतिनिधि के रूप में विभिन्न देशों का प्रतिनिधित्व करते हैं और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करते हैं। मॉडल यूनाइटेड नेशन्स का मुख्य उद्देश्य छात्रों को अंतरराष्ट्रीय मामलों की समझ सार्वजनिक बोलने, डिबेटिंग और कूटनीतिक कौशल को विकसित करना होता है।प्रतिभागी न केवल विभिन्न देशों की नीतियों और दृष्टिकोणों को समझते हैं,बल्कि वे टीम वर्क नेतृत्व और समस्या समाधान कौशल भी सीखते हैं।मॉडल यूनाइटेड नेशन्स सम्मेलन में विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर प्रस्ताव पारित करने समझौते करने और समझौतों पर बातचीत करने की प्रक्रिया भी शामिल होती है।
कार्यक्रम का उद्देश्य यूनाइटेड नेशन के सतत विकास लक्ष्य के बारे में चर्चा और जागरूकता बढ़ाने के लिए एक मंच के रूप में मॉडल यूनाइटेड नेशन का उपयोग करना था। जिसमें प्रथम वर्ग के छात्रों ने अपने विषय प्लास्टिक महामारी’ पर कहा कि प्लास्टिक प्रदूषण दुनिया भर में एक गंभीर समस्या बन गई है,जो न केवल जलवायु परिवर्तन में योगदान करती है,बल्कि समुद्री जीवन और मानव स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती है और दूसरे वर्ग के छात्रों ने गरीबी उन्मूलन विषय के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए बताया कि इसका उद्देश्य सभी लोगों को एक सम्मानजनक जीवन जीने के लिए आवश्यक संसाधन, अवसर और सेवाएं प्रदान करना है।
कार्यक्रम में प्रथम वर्ग (कक्षा 6 से 8) से सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधि रहीं डेनमार्क प्रतिनिधि रिदम वीर सिंह गुलाटी,उच्च प्रशंसा नेपाल प्रतिनिधि शहजिल अब्बास शम्मी,विशेष उल्लेख भारत प्रतिनिधि नंदिनी सिंह और जिम्बाब्वे प्रतिनिधि विधि गोस्वामी रही। सर्वश्रेष्ठ फोटोग्राफ रही भूमि मेहता, सर्वश्रेष्ठ रिपोर्टर रहे लव गर्ग,सर्वश्रेष्ठ कैरिकेचर रही कृति भारद्वाज।
कार्यक्रम में दूसरे वर्ग (कक्षा 9 से 11) से सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधि रहीं सोमालिया प्रतिनिधि मौली चौहान,उच्च प्रशंसा अमेरिका प्रतिनिधि अरवन मान,विशेष उल्लेख भारत प्रतिनिधि संस्कृति देशवाल और नेपाल प्रतिनिधि अध्ययन देशवाल रहे।सर्वश्रेष्ठ फोटोग्राफ रहे देवांश कपूर, सर्वश्रेष्ठ इंटरनेशनल रिपोर्टर रहे ओम शर्मा,सर्वश्रेष्ठ कैरिकेचर रहे आयुष गुप्ता।
कार्यक्रम के कार्यकारी बोर्ड सदस्य मीत गोयल और अगम दीप सिंह जी थे।इस सम्मेलन के प्रशिक्षण कर्ता श्रीमान अदवित उपाध्याय थे,जिन्हें सौ से अधिक माॅडल यूनाइटेड नेशन्स में प्रतिभाग लेने का अनुभव है।सम्मेलन के अंत में विद्यालय की प्रधानाचार्या जी ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त की और प्रतिभागियों को अवार्ड्स और मेरिट सर्टिफिकेट से सम्मानित किया।एम यू एन समन्वयक शिक्षिका श्रीमती काजल अग्रवाल और श्रीमती सुरभि गोयल का सम्मेलन को सफल बनाने में विशेष योगदान रहा।अंत में छात्रों ने प्लास्टिक महामारी और गरीबी उन्मूलन के समाधान के लिए प्रस्ताव पास करते हुए संकल्प लिया।इस सम्मेलन से बच्चों को सार्वजनिक भाषण और संचार कौशल,वैश्विक मुद्दों की समझ,टीमवर्क और सहयोग एवं अंतरराष्ट्रीय संबंधों के बारे में ज्ञान मिला।