हाईटेक हेलीकॉप्टरों से बढ़ेगी सेना की ताकत नासिक से संदीप द्विवेदी की रिपोर्ट
दुश्मनों देख लो भारतीय सेना की ताकत
भारतीय सेना विश्व की सबसे ताकतवर सेना होगी
भारतीय सेना में शामिल होंगे आधुनिक रूप से तैयार एएच -64 लड़ाकू हेलीकॉप्टर जिससे और मजबूत होगी भारतीय सेना
आर्मी एव्हिएशन क्रॉपर्स के महासंचालक लेफ्टिनेंट जनरल विनोद कुमार नांबियर ने नासिक के CATS सेंटर के दीक्षांत समारोह में बताया
हेलीकॉप्टर के अलावा प्रीडेटर (MQ-98) को भी भारतीय सेना में शामिल किया जाएगा
भारतीय सेना प्रीमियर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट में बदल रही है
हाईटेक हेलीकॉप्टरों से बढ़ेगी सेना की ताकत: नासिक से संदीप द्विवेदी की रिपोर्ट
भारतीय सेना की ताकत को और भी ज्यादा मजबूती देने के लिए अब अत्याधुनिक तकनीकी उपकरणों का समावेश किया जा रहा है। नासिक में आयोजित एक दीक्षांत समारोह में भारतीय सेना के उच्च अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल विनोद कुमार नांबियर ने घोषणा की कि भारतीय सेना में अब एएच-64 अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर और MQ-98 प्रीडेटर ड्रोन शामिल किए जाएंगे। इन दोनों अत्याधुनिक हथियार प्रणालियों के आने से भारतीय सेना की युद्धक क्षमता में अभूतपूर्व वृद्धि होगी।
भारतीय सेना की बढ़ती ताकत
लेफ्टिनेंट जनरल नांबियर ने बताया कि भारतीय सेना अब न केवल तकनीकी दृष्टि से अपग्रेड हो रही है, बल्कि इसके संगठनात्मक ढांचे में भी बड़े बदलाव हो रहे हैं। उनके अनुसार, भारतीय सेना को दुनिया की सबसे ताकतवर सेना बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। एएच-64 अपाचे हेलीकॉप्टर, जो एक अत्याधुनिक लड़ाकू हेलीकॉप्टर है, भारतीय सेना के पास पहले से मौजूद लड़ाकू हेलीकॉप्टरों की क्षमता को कई गुना बढ़ा देगा। यह हेलीकॉप्टर दुश्मन की मिसाइलों और बंकरों को नष्ट करने के लिए पूरी तरह से तैयार है और इसे भारतीय वायुसेना के साथ मिलकर इस्तेमाल किया जाएगा।
एएच-64 और MQ-98 प्रीडेटर की भूमिका
एएच-64 अपाचे हेलीकॉप्टर की विशेषताएँ इसे युद्ध के मैदान में एक शक्तिशाली हथियार बनाती हैं। यह हेलीकॉप्टर दुश्मन के एंटी-एयरक्राफ्ट सिस्टम से बचने में सक्षम है, और इसमें लंबी दूरी तक वार करने की क्षमता है। इसके अलावा, इसमें विशेष सेंसिंग और नेविगेशन प्रणाली है, जिससे यह दिन और रात किसी भी मौसम में मिशन पूरा कर सकता है।
वहीं, MQ-98 प्रीडेटर ड्रोन, जिसे “प्रीडेटर” के नाम से जाना जाता है, भारतीय सेना के लिए एक महत्वपूर्ण सामरिक बदलाव लेकर आ रहा है। यह ड्रोन उच्च-प्रदर्शन वाली निगरानी, खुफिया जानकारी इकट्ठा करने, और दुश्मन के ठिकानों पर सटीक हमले करने में सक्षम है। इन दोनों सिस्टमों का समावेश भारतीय सेना को विश्वस्तरीय तकनीकी दक्षता प्रदान करेगा।
CATS सेंटर और प्रशिक्षण में बदलाव
नासिक स्थित CATS (Combat Army Training School) सेंटर में आयोजित इस समारोह में, भारतीय सेना की प्रशिक्षण पद्धतियों में भी बदलाव की बात की गई। लेफ्टिनेंट जनरल नांबियर ने कहा कि भारतीय सेना अब एक प्रीमियर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के रूप में विकसित हो रही है, जहां पर सैनिकों को न केवल शारीरिक रूप से, बल्कि मानसिक रूप से भी युद्ध के लिए तैयार किया जाएगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि सेना के जवान न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी युद्ध के लिए पूरी तरह से सक्षम हों।
भविष्य की दिशा
भारतीय सेना में शामिल होने वाले इन अत्याधुनिक हेलीकॉप्टरों और ड्रोन प्रणालियों से भारत की सैन्य शक्ति में एक नया आयाम जुड़ जाएगा। ये तकनीकी उन्नति केवल सेना की युद्धक क्षमता को ही नहीं बढ़ाएगी, बल्कि भारत की रक्षा रणनीति को भी मजबूत करेगी, जिससे कि किसी भी प्रकार के आक्रमण का मुकाबला किया जा सके।
लेफ्टिनेंट जनरल नांबियर का यह बयान कि भारतीय सेना अब विश्व की सबसे ताकतवर सेना बनने की दिशा में अग्रसर है, यह संकेत है कि भारत अपनी सैन्य ताकत को हर स्तर पर बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
निष्कर्ष
भारतीय सेना के लिए एएच-64 अपाचे हेलीकॉप्टर और MQ-98 प्रीडेटर जैसे अत्याधुनिक युद्ध उपकरणों का समावेश एक बड़े कदम के रूप में देखा जा सकता है। इन प्रणालियों की मदद से भारतीय सेना अपनी ताकत को नई ऊँचाइयों तक ले जाने की दिशा में काम कर रही है। इसके साथ ही, भारतीय सेना के प्रशिक्षण में सुधार और उन्नति, सेना को एक नई रणनीतिक दिशा में ले जाने के संकेत दे रहे हैं।