देश में एकता, प्रेम और शांति का संदेश फैलाने के लिए रविवार को ‘एक भारत, हम भारत’ पदयात्रा का आयोजन किया गया। इस ऐतिहासिक यात्रा में 700 से ज्यादा लोग शामिल हुए।
सामाजिक-आध्यात्मिक संगठन मैत्रीबोध परिवार की इस पहल का मकसद भारतीय समाज में प्रेम, एकता और भाईचारे की नई रोशनी जगाना था। ओवल मैदान से लेकर आझाद मैदान तक चली इस पदयात्रा में काजल अग्रवाल, अदिति पोहनकर, स्मिता जयकर, आरती नागपाल गणमान्य लोगों ने भाग लिया।
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‘एक भारत, हम भारत’ पदयात्रा ने दिया एकता और भाईचारे का संदेश
मुंबई, 15 दिसंबर 2024: देश में एकता, प्रेम और शांति का संदेश फैलाने के लिए रविवार को महर्षि कर्वे मार्ग, चर्चगेट पर ओवल मैदान के प्रवेश द्वार से ‘एक भारत, हम भारत’ पदयात्रा का आयोजन किया गया। इस ऐतिहासिक यात्रा में 700 से ज्यादा लोग शामिल हुए। सामाजिक-आध्यात्मिक संगठन मैत्रीबोध परिवार की इस पहल का मकसद भारतीय समाज में प्रेम, एकता और भाईचारे की नई रोशनी जगाना था। ओवल मैदान से लेकर आझाद मैदान तक चली इस पदयात्रा में काजल अग्रवाल, अदिति पोहनकर, स्मिता जयकर, आरती नागपाल गणमान्य लोगों ने भाग लिया।
यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को जीवित रखना और ‘वसुधैव कुटुंबकम’ यानी ‘सारा विश्व एक परिवार है’ की भावना को बढ़ावा देना था। इस दौरान, प्रतिभागियों ने पदयात्रा के माध्यम से यह संदेश फैलाया कि हम सभी एकजुट होकर एक मजबूत और खुशहाल समाज बना सकते हैं।
मैत्रीबोध परिवार के प्रवक्ता ने इस अवसर पर कहा कि भारत की असली ताकत उसकी एकता में है। उन्होंने बताया कि इस यात्रा का उद्देश्य केवल एकता का संदेश देना नहीं बल्कि यह दिखाना भी है कि प्रेम और भाईचारे से ही हम समाज में समृद्धि और शांति ला सकते हैं।
मैत्रीबोध परिवार 2013 से समाज के आध्यात्मिक और सामाजिक सुधार में सक्रिय रूप से काम कर रहा है। ‘एक भारत, हम भारत’ यात्रा उसी का एक हिस्सा है। यह यात्रा देशभर में भारत की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने और उसे विश्व में एकजुटता का प्रतीक बनाने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।