राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने विश्व होम्योपैथी दिवस के अवसर पर बुधवार को दिल्ली के द्वारका स्थित यशोभूमि कन्वेंशनल सेंटर में दो दिवसीय वैज्ञानिक सम्मेलन का उद्घाटन किया। इसका आयोजन सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन होम्योपैथी (सीसीआरएच) ने किया है।
सम्मेलन का विषय “अनुसंधान को सशक्त बनाना, दक्षता बढ़ाना: एक होम्योपैथिक संगोष्ठी” है। सम्मेलन का उद्देश्य नैदानिक अभ्यास और स्वास्थ्य कार्यक्रमों में साक्ष्य-आधारित वैज्ञानिक उपचार को बढ़ावा देना, अनुसंधान-आधारित चिकित्सा विज्ञान में होम्योपैथिक समुदाय को सक्षम बनाना, व्यक्तिगत, सुरक्षित और विश्वसनीय स्वास्थ्य देखभाल के लिए लोगों की जरूरतों को पूरा करने वाला स्वास्थ्य देखभाल केंद्र बनना और बेहतर इलाज के लिए गुणवत्तापूर्ण निदान, उपचार विज्ञान और वैज्ञानिक उपकरणों के साथ होम्योपैथिक चिकित्सा को समृद्ध करना है।
सम्मेलन में आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा, आयुष मंत्रालय के सीसीआरएच के महानिदेशक डॉ. सुभाष कौशिक, राष्ट्रीय होम्योपैथी आयोग के अध्यक्ष डॉ. अनिल खुराना, होम्योपैथी में पद्म पुरस्कार से अलंकृत पद्मश्री डॉ. वीके गुप्ता, पद्मश्री डॉ. मुकेश बत्रा, पद्मश्री डॉ. कल्याण बनर्जी, पद्मश्री डॉ. अनिल कुमारी मल्होत्रा और पद्मश्री डॉ. आरएस पारीक शामिल होंगे। इनके अलावा नीदरलैंड, स्पेन, कोलंबिया, कनाडा और बांग्लादेश से आठ प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।