खिलेगा प्याज का सफर: NCCF द्वारा नासिक में रिपोर्ट दाखिल
नासिक में प्याज की खिलाफत में NCCF की पहल
नासिक की प्याज मंडियों में गहराई से महसूस हो रही समस्याओं को हल करने के लिए, राष्ट्रीय उपभोक्ता को-परिश्रम निगम (NCCF) की ओर से एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित किए गए निर्यात बंदी के बाद, प्याज उत्पादक किसानों और व्यापारियों के बीच उत्पन्न विवाद को खत्म करने के लिए NCCF का एक प्रतिनिधि दल नासिक प्याज मंडी पहुंचा।
इस दल ने नासिक के प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में जाकर, जैसे कि पीपलगांव, लासलगांव, येवला, और उमराणे, उत्पादन किसानों और व्यापारियों की समस्याओं को समझने का प्रयास किया। इसके अलावा, उन्होंने उत्पादन और खपत की संपूर्ण रिपोर्ट सरकार को प्रस्तुत करने का भी ऐलान किया है।
किसानों ने इस समय के दौरान कहा कि प्याज के दामों में निर्यात बंदी के हटने के बाद 500 रूपये प्रति क्विंटल की तेजी आई है। प्याज अब 2000 रूपये प्रति क्विंटल बिक रहा है, जो किसानों के लिए एक बड़ी राहत है। कई महीनों तक इंतजार के बाद, सरकार ने निर्यात बंदी को खोलने का निर्णय लिया है, जो किसानों को बड़ी राहत प्रदान करेगा।
इस उपाय के माध्यम से, NCCF ने किसानों और व्यापारियों की समस्याओं को सुना है और उनकी मदद के लिए सरकार को संबोधित किया है। यह प्रयास न केवल प्याज क्षेत्र में सुधार लाने का प्रयास है, बल्कि यह एक उत्तेजनापूर्ण संकेत भी है कि सरकार उत्पादक किसानों की समस्याओं को गंभीरता से ले रही है।
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