आईपीएल 2024 : प्लेऑफ की जंग हुई रोचक, 64 मैचों के बाद भी 5 टीमें दौड़ में
बीते मंगलवार को लखनऊ सुपर जाइंट्स (एलएसजी) पर दिल्ली कैपिटल्स की जीत ने राजस्थान रॉयल्स आईपीएल 2024 प्लेऑफ में पहुंचने का रास्ता साफ हो गया इसी के राजस्थान आईपीएल में क्वालीफाई करने वाली दूसरी टीम बन गई है। 64 मैचों के बाद, गुजरात टाइटंस (GT), मुंबई इंडियंस (MI) और पंजाब किंग्स बाहर हो गए हैं और पांच टीमें अंतिम दो स्थानों पर कब्जा करने के लिए संघर्ष कर रही हैं।
आइये नजर डालते हैं, उन पांच टीमों पर जो प्लेऑफ की दौड़ में शामिल हैं
सनराइजर्स हैदराबाद (एसआरएच)
सनराइजर्स हौदराबाद ने 14 अंकों और अच्छे नेट रन रेट ( 0.406) व निचले स्थान पर रहने वाले गुजरात और पंजाब के खिलाफ दो शेष बचे घरेलू मैच के साथ पांच टीमों में सर्वश्रेष्ठ स्थान पर है। उनकी एक जीत उन्हें प्लेऑफ़ में पहुंचा देगी, जबकि दो जीत उन्हें शीर्ष-दो में जगह बनाने का मौका भी देगी, बशर्ते कि राजस्थान अपने बचे हुए दो मैचों में एक से अधिक न जीते, साथ ही 18 अंकों पर टाई होने की स्थिति में नेट रन रेट के मामले में हैदराबाद से आगे न निकल जाए।
चेन्नई सुपर किंग्स
दिल्ली में मंगलवार के नतीजे का सबसे ज्यादा फायदा चेन्नई सुपर किंग्स को हुआ। आरसीबी के खिलाफ जीत शीर्ष चार में उनका स्थान सुनिश्चित करेगी, यदि राजस्थान अपने दोनों मैच हार जाती है या हैदराबाद अपने दो मैचों में से एक जीतती है, और उनका नेट रन रेट सीएसके से नीचे रहता है तो सीएसके संभवतः क्वालीफायर 1 में भी जगह बना लेगी।
लखनऊ पर दिल्ली की जीत के कारण सीएसके के लिए दूसरा फायदा यह है कि वे आरसीबी से हार भी जाते हैं तो उन्हें उतना नुकसान नहीं होगा, बशर्ते कि हैदराबाद के 16 अंक से आगे जाने पर वे अपना नेट रन रेट आरसीबी से आगे रखें। सीएसके को हार के बाद भी आरसीबी से बेहतर नेट रन रेट की गारंटी देने के लिए, उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि आरसीबी 18.1 ओवर या उससे अधिक में लक्ष्य का पीछा करे या 17 रन से अधिक से न जीते, बशर्ते कि पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम का स्कोर 200 हो।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी)
पहले आठ मैचों में सात हार के साथ पिछड़ी हुई आरसीबी प्लेऑफ की दौड़ में फिर से आ गई है। यदि हैदराबाद अपने बचे हुए दोनों मैच हार जाता है, तो अपने मजबूत नेट रन रेट को देखते हुए, सीएसके पर जीत आरसीबी के लिए पर्याप्त होनी चाहिए, ये तभी संभव है जब हैदराबाद अपने दोनों मैच एक-एक रन से हार जाए और आरसीबी सीएसके को एक रन या आखिरी गेंद पर हरा दे। यदि हैदराबाद कम से कम एक जीतने में सफल होता है, तो आरसीबी को न केवल सीएसके को हराना होगा, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना होगा कि वे सीएसके की तुलना में अपने नेट रन रेट बेहतर करें।
दिल्ली कैपिटल्स (डीसी)
एलएसजी के खिलाफ फाइनल मैच में जीत ने कम से कम गणितीय रूप से कैपिटल्स को जीवित रखा है। उनके बेहद खराब नेट रन रेट को देखते हुए, उनके क्वालीफाई करने का एकमात्र बाहरी मौका यह है कि सीएसके आरसीबी को हरा दे, हैदराबाद अपने शेष दोनों मैच बड़े अंतर से हार जाए और लखनऊ सुपर जायंट्स या तो मुंबई इंडियंस से हार जाए या जीत जाए लेकिन अपने नेट रन रेट को डीसी से नीचे रखें।
उस स्थिति में चेन्नई सुपरकिंग्स को 16 अंक मिलेंगे जबकि डीसी, एलएसजी और एसआरएच सभी 14-14 अंक पर समाप्त होंगे और आरसीबी 12 पर रहेगा। ऐसा होने के बाद हैदराबाद को अपने अंतिम दो मैच 194 रनों के संयुक्त अंतर से हारना होगा ताकि उनका नेट रन रेट दिल्ली से नीचे आ जाए।
लखनऊ सुपर जाइंट्स
एक समय 12 अंकों और चार मैचों के साथ एलएसजी के लिए हालात बेहतर दिख रहे थे। पिछले तीन मैचों में लगातार तीन हार (दो बड़े अंतर से), ने उनकी प्रगति को पटरी से उतार दिया है और दिल्ली में डीसी के खिलाफ आखिरी हार लगभग एक नॉकआउट झटका है।
दिल्ली कैपिटल्स की तरह, उनके लिए क्वालीफाई करने का एकमात्र परिदृश्य यह है कि अगर वे मुंबई इंडियस से बेहतर प्रदर्शन करते हैं और सीएसके आरसीबी को हरा देता है, साथ ही हैजराबाद दो मैच बड़े अंतर से हार जाता है। उस स्थिति में एलएसजी, हैदराबैद और डीसी के बीच 14 अंकों पर त्रिकोणीय बराबरी होगी। एलएसजी को डीसी के नेट रन रेट से आगे निकलने के लिए उन्हें एमआई को 94 रनों से हराना होगा और फिर उम्मीद है कि हैदराबाद अपने दो मैच लगभग 194 रनों के संयुक्त अंतर से हार जाएगा।