बेमौसम बिन बादल बांद्रा में हुई भारी बरसात।
मुंबई: बरसात का नाम जेहन में आते ही पानी की तस्वीर दिलों दिमाग में उभर आती है।लेकिन बेमौसम बिन बादल बांन्द्रा में हुई भारी बरसात का पानी से कुछ लेना देना नही रहा।एक ऐसी बरसात जिसमें पानी का एक बुंद भी नहीं गिरा और उत्तर भारतीय समाज के हजारों लोगों ने बरसात में नहाने जैसा आनंद लिया।
अवसर था होली स्नेह सम्मेलन का,उत्तर भारतीय संघ के युवा अध्यक्ष संतोष आर.एन.सिंह के संयोजन में बांद्रा(पूर्व)उत्तर भारतीय संघ भवन में आयोजित कार्यक्रम में पानी की जगह फूलों की बरसात हुई।जिस तरह मेघ राज पानी बरसाते हैं कुछ उसी तरह बाबू आर.एन.सिंह के चिरंजीव बाबू संतोष सिंह ने इस तरह फूल बरसाये की आगंतुक सभी सम्मानित मेहमान फूलों से नहा उठे और रंग बिरंगी गेंदा और गुलाब की पंखुड़ियों की बरसात से पांडाल बह चला।कार्यक्रम स्थल को इस कदर सजाया गया था की देखने पर ऐसा लगता था जैसे बरसात के मौसम में आसमान में इंद्र धनुष उभर आया हो।मंडप और मंच की सजावट के लिए सभी ने दिल से सराहना की।रंग बरसे भीगे चुनर वाली,रंग बरसे।समारोह स्थल के ऊपरी मचान से भोजपुरी गीतों के बादशाह कहे जाने वाले सुरेश शुक्ला अपने चिरपरिचित अंदाज में सहायिका गायिका संगीता कर्जना और साजिंदों का साथ लेकर होली,फाग,और फगुआ के अलावा कुछ चुनिंदा लोकगीतों की बरसात कर लोगों के मिजाज को रंगीन बनाने में कोई कोताही नहीं की।इसी दरम्यान समोसे की बरसात होने लगी।किसी किसी ने तो लाज शरम को उत्तर भारतीय संघ भवन के पास वाले नाले में फेंककर एक की जगह दो दो हाथ मार दिया।दरअसल इसमें उनका कोई कसूर नही था।कसूर तो एकदम ताज़ा और बेहद लजीज समोसे का ही था।समोसे के साथ पानी की बरसात हुई बंद बोतल में लोगों की प्यास बुझाने के लिए ना की उन्हें भिगोने के लिए।उत्तर भारतियों का पसंदीदा गमछा और फूल बरसाने का जिम्मा तो खुद बाबू संतोष सिंह ने उठा रखा था।प्रेम के रंगों से सराबोर होली उत्सव में शामिल हर किसी के कंधे पर अदब से गमछा रखकर झुकना और मुस्कराहट के साथ फूल बारसा कर उन्होंने हर किसी का दिल लूट लिया।बिच बिच में धन की बरसात भी हो रही थी।डॉ राजेंद्र सिंह 5 लाख अखिलेश सिंह 5 लाख शिवशंकर सिंह(पप्पी सिंह)5 लाख आलोक सिंह 2:50 हजार और रंजीत सिंह ने 1 लाख रुपये देने की घोषणा की ।
कार्यक्रम के आरम्भ में मुंबई के जाने माने उत्तर भारतीय उद्योगपति और संघ के कार्याध्यक्ष बाबू शारदा प्रसाद सिंह ने बांके राम तिवारी,और बाबू आर.एन.सिंह की तस्वीर पर पुष्पहार अर्पित कर उनकी पवन स्मृति को नमन किया।
इस अवसर पर मुंबई उपनगर के पालक मंत्री मंगल प्रभात लोढा भाजपा मुंबई अध्यक्ष व विधायक आशीष शेलार,कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री मोहम्मद आरिफ नसीम खान,भाजपा मुंबई उपाध्यक्ष अमरजीत सिंह,आचार्य पवन त्रिपाठी,नितेश राजहंस सिंह,उदयप्रताप सिंह,अजय सिंह,डॉ राधेश्याम तिवारी,डॉ राजेंद्र सिंह,लालता प्रसाद सिंह,आलोक सिंह,संजय सिंह,मुंबई कांग्रेस महासचिव एड.अवनीश सिंह,डॉ किशोर सिंह,ओमप्रकाश चौहान,देवांग दवे,विक्रमप्रताप सिंह,रामबक्श सिंह,एड.आर. पी.पांडेय,आदिनाथ पांडेय,वरिष्ठ पत्रकार विमल मिश्रा,अनुराग त्रिपाठी,ब्रजमोहन पांडेय,अनिल गलगली,राजकुमार सिंह,विजय सिंह कौशिक,आदित्य दुबे,राघवेन्द्रनाथ द्विवेदी,रत्नेश सिंह,अखिलेश सिंह,देवेश ठाकुर,सूर्यनारायण तिवारी,नन्दलाल उपाध्याय,देवेंद्र तिवारी,शिवश्याम तिवारी,अजय सिंह,महेश गुप्ता,सीताराम यादव,अक्षेबर तिवारी,अशोक दुबे,रामनयन शर्मा,बब्बन सिंह,एसवी गिरी,संजू सिंह,अंतेश सिंह,राजेश सिंह,दिनेश सिंह,जितेंद्र मिश्रा,सुरेंद्र मिश्रा,हरगोविंद विश्वकर्मा,मुकेश सेठ,दिलीप जाधव,शिरीश उपाध्याय,घनश्याम यादव के अलावा मुंबई महानगर के सैकड़ों गणमान्य उत्तर भारतीय उद्योगपति,राजनैतिक,शैक्षणिक और पत्रकारिता जगत के लोगों ने होली उत्सव का देर रात तक आनंद लिया।
कार्यक्रम का सूत्र संचालन देवेंद्र तिवारी तथा आभार प्रदर्शन संजय सिंह ने किया।
उत्तर भारतीय समाज के लिए विचार करने वाली यह बात है की आज राजनीति में पति की जगह पत्नी और पिता की जगह पुत्र को दिया जा रहा है तब ऐसे में स्व.बाबू आर.एन.सिंह की जगह बाबू संतोष सिंह को विधान परिषद में भेजने की मांग क्यों नहीं हो रही है।