ग्रामीण क्षेत्रों में गहराया जल संकट
जलसंकट से जूझ रहे ग्रामीण नदी में झिरिया खोद मटमेला पानी पीने के लिये मजबूर
एंकर / सीहोर –
जिले के ग्राम कलामखेड़ा, मोतीपुरा में जल संकट से जूझ रहे ग्रामीणों व किसानों ने नलकूप खनन की मांग की गई थी, जिसको लेकर विगत् 15 दिन पूर्व भोपाल पहुंचकर पंचायत मंत्री को नलकूप खनन कराने की मांग की थी। साथ ही लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री कार्यालय पहुंचकर दोनों गांवों में जल संकट से निजात पाने के लिए नलकूप कराने मांग पत्र सौंपा गया था।
जिस पर सम्बंधित मंत्री के द्वारा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी अधीक्षण यंत्री अहिरवार को निर्देश दिये गये थे कि तत्काल नलकूप खनन कराये जावे। एवं सीहोर जिले के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग के कार्यपालन यंत्री सक्सेना को भी दूरभाष पर निर्देश दिए गये थे कि उक्त गांवों में नलकूप खनन कराकर पानी की समस्या हल कराई जाए। ग्राम पंचायत द्वारा भी प्रस्ताव पास करके इन गांव में नलकूप खनन करने की मांग की जा चुकी है।
लेकिन अभी तक ग्रामीणों और किसानो की मांगों को पूरा नहीं किया जा सका है जिसके चलते ग्रामीण दूषित जल पीने को मजबूर हो रहे हैं।
मज़बूरी में झिरी का दूषित जल पी रहे हैं ग्रामीण
मजबूरी में ग्रामीण जनता नदी में झिरि खोदकर गाँव से दो किलोमीटर दूर से मटमेले पानी को कपड़े में छान कर पीने को मजबूर है। इन गांवों में हेण्ड पंप तो है, लेकिन वह सूख चुके हैं। ग्रामीण जनता की मांग है कि शीघ्र ही गांव नलकूप खनन कराकर पानी की व्यवस्था कराई जाए
सीहोर से धीरज साहू की रिपोर्ट