आज का दिन जम्मू-कश्मीर और पूरे राष्ट्र के लिए ऐतिहासिक उपलब्धियों में से एक बन गया है।
“कश्मीर से कन्याकुमारी” अब केवल एक नारा नहीं, बल्कि एक जीवंत हकीकत बन चुकी है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने दशकों पुराने इस स्वप्न को साकार कर दिखाया है, जिसमें उत्तर से दक्षिण तक एक अटूट बंधन स्थापित हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर के उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक (USBRL) और कश्मीर घाटी तक वंदे भारत ट्रेन सेवाओं की शुरुआत कर भारत को एक नई दिशा दी है। यह ऐतिहासिक कदम सरदार वल्लभभाई पटेल और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प की पूर्ति की ओर महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है।
चेनाब और अंजी जैसे विश्व स्तरीय पुलों का निर्माण भारतीय इंजीनियरों की कुशलता और मजदूरों की अथक मेहनत का प्रमाण है, जिन्होंने पहाड़ों को चीरकर विकास की राह प्रशस्त की। इन परियोजनाओं ने भारत के इस मुकुटमणि को शेष देश से स्थायी रूप से जोड़ दिया है।
अगस्त 2019 के बाद प्रधानमंत्री मोदी द्वारा जम्मू-कश्मीर में शुरू की गई सामाजिक-आर्थिक क्रांति ने प्रदेश को नई पहचान दी। उन्होंने यहां विकास की मजबूत नींव रखी और अब इन रेलवे लाइनों के माध्यम से जम्मू-कश्मीर के भाग्य की नई रेखाएं खींच दी हैं।
आज का दिन सिर्फ ट्रेनों की शुरुआत का नहीं, बल्कि भारत की अखंडता, आत्मनिर्भरता और विकास की नई परिभाषा का प्रतीक है। यह वह दिन है जब उत्तर से दक्षिण तक दिलों की दूरी खत्म हुई और देश ने एक नई गति, नई शक्ति और नए विश्वास के साथ भविष्य की ओर कदम बढ़ाया।