रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत के दौरे पर हैं. रूस और भारत के बीच S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को लेकर डील हो सकती है. अगर यह डील होती है तो भारत की सामरिक ताकत में जबर्दस्त बढ़ोतरी होगी. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. इस दौरान ही दोनों देशों के बीच यह डील पक्की हो सकती है.
भारत और रूस के बीच होने वाली इस बातचीत पर पूरी दुनिया की नजर है. इससे पहले गुरुवार की शाम को पुतिन भारत के दो दिनों के दौरे पर नई दिल्ली पहुंचे. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया. इसके बाद पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और डिनर पर चर्चा की.
क्या है कार्यक्रम?
भारत-रूस बिजनेस समिट
11.00 बजे: हैदराबाद हाउस में मोदी-पुतिन की मुलाकात
12.00 बजे: द्विपक्षीय वार्ता
11.00 बजे: प्रेस कॉन्फ्रेंस
02.00 बजे: बच्चों से मुलाकात
03.00 बजे: भारत-रूस बिजनेस समिट
04.00 बजे: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात
पुतिन भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. दोनों नेता ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध के मद्देनजर कच्चे तेल की स्थिति समेत विभिन्न द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं अंतराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा कर सकते हैं.
19वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों नेता रूसी रक्षा कंपनियों पर अमेरिकी प्रतिबंध की पृष्ठभूमि में द्विपक्षीय रक्षा संबंधों की भी समीक्षा कर सकते हैं.
पुतिन की इस यात्रा में सबसे बड़ी बात S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम पर करार है. यह करार पांच अरब डॉलर यानी तकरीबन 37 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा का है. पुतिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात करेंगे.
अमेरिका की है टेढ़ी नज़र!
अमेरिका को भारत और रूस की यही दोस्ती रास नहीं आ रही. इधर पाकिस्तान की भी इस करार पर नजर है. पुतिन की भारत यात्रा से ठीक पहले अमेरिका ने अपने सहयोगी देशों को रूस के साथ किसी तरह के महत्वपूर्ण खरीद-फरोख्त समझौते की दिशा में बढ़ने से आगाह किया और संकेत दिया है कि ऐसे मामले में वह प्रतिबंधात्मक कार्रवाई कर सकता है. सिर्फ S-400 ही नहीं बल्कि कई अन्य डील पर भी आज पक्की हो सकती हैं. इनमें M17 हेलिकॉप्टर भी शामिल हैं.
S-400 पर CAATSA बैन का डर?
अमेरिकी प्रतिबंध के साए में भारत और रूस एस-400 डिफेंस मिसाइल सिस्टम डील पर सहमति करने के लिए तैयार है. पांच बिलियन डॉलर की इस मेगा डिफेंस डील पर अमेरिका काटसा प्रतिबंध (काउंटरिंग अमेरिकन एडवर्सरीज थ्रू सैंकशन्स- CAATSA) लगा सकता है. पिछले महीने अमेरिका ने चीन पर यही बैन लगाया था. तब चीन ने रूस से लड़ाकू विमान और मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीदा था….